लखनऊ: लखनऊ। स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में गुरुवार को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत विभाजन के दौरान जान गंवाने वाले लोगों को नमन करते हुए ट्वीट किया कि "14 अगस्त भारत के इतिहास में एक कभी न भूलने वाली तिथि है, जब मजहबी और नफरती मानसिकता ने देश का दुखद विभाजन किया। इसके दुष्परिणामस्वरूप असंख्य देशवासियों ने यातनाएं झेलीं और अपनी जान गंवाई।
लखनऊ: लखनऊ। स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में गुरुवार को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत विभाजन के दौरान जान गंवाने वाले लोगों को नमन करते हुए ट्वीट किया कि "14 अगस्त भारत के इतिहास में एक कभी न भूलने वाली तिथि है, जब मजहबी और नफरती मानसिकता ने देश का दुखद विभाजन किया। इसके दुष्परिणामस्वरूप असंख्य देशवासियों ने यातनाएं झेलीं और अपनी जान गंवाई।" कार्यक्रम में विभाजन के समय विस्थापित हुए परिवारों को आमंत्रित किया गया और उन्हें सम्मानित किया गया। विभाजन काल की इस त्रासदी को याद कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। साल 1947 के इस बंटवारे ने लाखों लोगों को सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और मानसिक रूप से तोड़ा था। इस आयोजन का उद्देश्य विभाजन में प्राण गंवाने वालों को याद करना, समाज में व्याप्त भेदभाव को खत्म करना और सामाजिक सद्भाव व मानव सशक्तिकरण की भावना को बढ़ावा देना है।