उत्तराखंड : एक चश्मदीद संतोष कुमार ने बताया कि मंदिर पहुंचने के लिए करीब 25 सीढ़ियां बची थीं, तभी हादसा हुआ। रविवार को भीड़ बहुत ज्यादा थी। इस बीच कुछ लोग वहां लगे तार को पकड़कर आगे बढ़े। इस दौरान कुछ तार छिल गए और उनमें करंट आ गया। इससे अफरा-तफरी मच गई और सीढ़ियों पर गिरने से लोग मारे गए। इधर, हरिद्वार पुलिस ने मंदिर में करंट फैलने की बात को अफवाह बताया। गढ़वाल डिवीजन के कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने कहा कि मंदिर में भारी भीड़ जुटने की वजह से हादसा हुआ। हरिद्वार SSP प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने कहा- मनसा देवी मंदिर में भगदड़ में 35 लोगों के घायल होने की सूचना मिली थी। इन्हें अस्पताल लाया गया, लेकिन 8 लोगों की मौत हो गई। बाकी का इलाज चल रहा है। वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना को लेकर मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। मनसा देवी मंदिर हरिद्वार में शिवालिक पहाड़ियों पर बिल्व पर्वत पर स्थित है। यह हर की पौड़ी से लगभग 3 किमी दूर स्थित है और यहां 1.5 किमी की चढ़ाई वाले रास्ते से या रोपवे के माध्यम से पहुंचा जा सकता है। CM धामी घायलों से मिले, डॉक्टरों से बातचीत की मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की। इसके बाद डॉक्टरों से बातचीत की। CM ने मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए मुआवजे का ऐलान किया। उन्होंने बताया कि मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए दिए जाएंगे।