उत्तराखंड : रुद्रप्रयाग। केदारनाथ पैदल मार्ग तड़के साढ़े तीन बजे गौरीकुंड से कुछ आगे पहाड़ी दरकने से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे यहां पर आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई। हालांकि सुबह ग्यारह बजे से एनडीआरएफ व अन्य फोर्स की मदद से केदारनाथ से लौट रहे यात्रियों को सकुशल निकाला गया। सोनप्रयाग से केदारनाथ जाने वाले यात्रियों को केदारनाथ जाने की अनुमति नहीं दी गई। निरंतर चलाए जा रहे इस रेस्क्यू अभियान के अंतर्गत अब तक कुल 3046 श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्लाइडिंग जोन पार कराया जा चुका है, जिनमें 2730 पुरुष, 280 महिलाएं एवं 36 बच्चे शामिल हैं।लगभग ढ़ाई हजार यात्रियों को सोनप्रयाग व गौरीकुंड में ही रोका गया। गत देर रात्रि में गौरीकुण्ड के मात्र पंचास मीटर आगे पैदल मार्ग पर पहाड़ी टूट गई। जिससे पैदल मार्ग लगभग तीस मीटर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। जिससे यहां पर पैदल आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गई। सूचना पर केदारनाथ विकास प्राधिकरण की लोनिवि शाखा के अधिकारियों ने बड़े बड़े बोल्डर हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया। लेकिन भारी मात्रा में बोल्डर पैदल मार्ग पर टूट कर आने से हटाने में समय लग रहा है। पुलिस प्रशासन ने यात्रियों को सोनप्रयाग व गौरीकुंड में ही रोक दिया गया। जबकि केदारनाथ दर्शन कर लौट रहे यात्रियों की भी दूसरे छोर पर भारी संख्या में भी एकत्रित हो गई, जिसको देखते हुए लगभग ग्यारह बजे से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व पुलिस बल की मदद से यात्रियों को रेस्क्य कर निकाला गया। वहीं लगातार बारिश के कारण मलबा-पत्थर व भारी बोल्डर्स को हटाने में दिक्कतें आ रही हैं। केदारनाथ धाम की ओर से वापस आने वाले यात्रियों को सुरक्षाबलों की मदद से इस क्षेत्र से निरन्तर निकाला जा रहा है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनएस रजवार ने बताया कि सोनप्रयाग व गौरीकुंड से केदारनाथ जाने वाले यात्रियों को रोका गया है। कहा कि पैदल मार्ग को जल्द से जल्द खोलने के प्रयास किया जा रहा है। श्रीनगर में बारिश से जगह-जगह जलभराव, सड़कों पर आया मलबा बीते शुक्रवार देर रात हुई तेज बारिश से क्षेत्र में जगह-जगह जलभराव की समस्या देखने को मिली। कई स्थानों पर नालियां चोक होने से नालियों से बड़ी मात्रा में कूड़ा कचरा और मिट्टी बाेल्डर सड़कों पर आ गए। जिससे शनिवार सुबह लोगों को आवाजाही में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। शुक्रवार देर रात हुई भारी बारिश से डांग, बागवान, भक्तियाना सहित अन्य क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति देखने को मिली। बुघाणी रोड के साथ ही पौड़ी रोड़, राष्ट्रीय राजमार्ग पर बड़ी मात्रा में पानी के साथ बहकर आया मिट्टी मलबा भारी परेशानी का कारण भी बना। बागवान निवासी निकुंज बिष्ट ने कहा कि एनएच और बुघाणी रोड से पानी की समुचित निकासी नहीं होने से यह बरसाती पानी उनके घरों तक पहुंचा। जिस कारण उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। आम्रकुंज क्षेत्र में भी बड़ी मात्रा में मिट्टी बाेल्डर बुघाणी सड़क पर आ जाने से शनिवार सुबह लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।