लोकेशन - लखनऊ
प्रदीप चौबे
स्लग - विधानसभा में सीएम ममता का तीखा भाषण
भाजपा-तृणमूल विधायक भिड़े, मुख्य सचेतक घायल
मुख्य सचेतक शंकर घोष हंगामा करने के कारण पूरे दिन के लिए निलंबित
एंकर - लखनऊ। पश्चिम बंगाल विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच जमकर झड़प हुई। मामला धक्का-मुक्की और हाथापाई तक पहुंच गया। इस दौरान भाजपा के चीफ व्हिप शंकर घोष के घायल होने की खबर है। मामला इतना बढ़ गया कि खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को विधायकों को शांत कराना था पड़ा। उधर बंगाल भाजपा के मुख्य सचेतक शंकर घोष को एक दिन की शेष कार्यवाही के लिए विधानसभा से निलंबित कर दिया गया।
सूत्रों की मानें तो भाजपा विधायकों ने जानना चाहा कि 2 सितंबर को विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी को क्यों निलंबित किया गया था। जब घोष ने जाने से इनकार कर दिया, तो विधानसभा मार्शल बुलाए गए और उन्हें घसीटकर सदन से बाहर निकाल दिया गया। सीएम ने भाजपा विधायकों के असंसदीय आचरण की निंदा की और कहा कि वे बंगाली प्रवासियों के अधिकारों और सुरक्षा से संबंधित एक गंभीर चर्चा को पटरी से उतारने की कोशिश कर रहे थे। अराजकता बढ़ने पर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने नारेबाजी शुरू कर दी, जिसके कारण कई बार कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, जब विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने भाजपा विधायक और पार्टी के मुख्य सचेतक डॉ. शंकर घोष को निलंबित करने के बाद उन्हें बाहर निकालने के लिए मार्शल बुलाए, तो हालात बिगड़ गए। भाजपा विधायक आसन के सामने आकर नारेबाजी करने लगे और कार्यवाही बाधित करने की कोशिश की। इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार भाजपा शासित राज्यों में बंगाली प्रवासी कामगारों पर हमलों की निंदा प्रस्ताव पारित करने की कोशिश कर रही थी। भारी हंगामे के बीच ममता बनर्जी बोलने के लिए उठीं और भाजपा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर बंगाल विरोधी होने और बंगालियों के उत्पीड़न पर चर्चा को रोकने का आरोप लगाया। विपक्षी विधायकों की नारेबाजी के बीच सीएम ने कहा कि।भाजपा भ्रष्टों की पार्टी है, वोट चोरों की पार्टी है।