लखनऊ: संसद का मानसून सत्र आज सोमवार को 11वें दिन में प्रवेश कर रहा है। लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे से शुरू होगी। सत्र के दौरान कई महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा और पारित होने की संभावना है, वहीं विपक्ष विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति में जुटा हुआ है।
लखनऊ: संसद का मानसून सत्र आज सोमवार को 11वें दिन में प्रवेश कर रहा है। लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे से शुरू होगी। सत्र के दौरान कई महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा और पारित होने की संभावना है, वहीं विपक्ष विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति में जुटा हुआ है।
लखनऊ: संसद का मानसून सत्र आज सोमवार को 11वें दिन में प्रवेश कर रहा है। लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे से शुरू होगी। सत्र के दौरान कई महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा और पारित होने की संभावना है, वहीं विपक्ष विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति में जुटा हुआ है। मानसून सत्र की अब तक की कार्यवाही राजनीतिक बहस, आरोप-प्रत्यारोप और कुछ अहम विधायी गतिविधियों से भरपूर रही है। वहीं आज का दिन भी काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि कई बिलों को चर्चा के लिए सूचीबद्ध किया गया है। इन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा: नई शिक्षा नीति पर चर्चा महंगाई और बेरोज़गारी पर विपक्ष का हमला कृषि क्षेत्र से जुड़े संशोधन विधेयक डिजिटल डाटा सुरक्षा बिल वित्तीय अनुदान संबंधी चर्चा विपक्ष की रणनीति तैयार विपक्षी दलों ने सरकार को घेरने के लिए व्यापक रणनीति बनाई है। महंगाई, पेगासस जासूसी मामला, राज्यों के अधिकारों में कटौती और कानून-व्यवस्था जैसे विषयों पर सरकार से जवाब तलब किया जा सकता है। विपक्षी गठबंधन “INDIA” के सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति को कई ध्यानाकर्षण प्रस्ताव भी सौंपे हैं। सरकार का रुख स्पष्ट सरकार की ओर से संसदीय कार्य मंत्री ने साफ किया है कि वह हर मुद्दे पर चर्चा को तैयार है, लेकिन कार्यवाही बाधित किए बिना। सरकार का ध्यान खासकर उन विधेयकों पर है जो डिजिटल, आर्थिक सुधार और जनहित से जुड़े हैं। अब तक क्या हुआ है इस सत्र में? कई महत्वपूर्ण विधेयक पारित हुए, जैसे कि तीव्र न्याय वितरण विधेयक, आधार अधिनियम संशोधन, और कृषि उपज मूल्य स्थिरता बिल। विपक्ष ने पेगासस, बेरोज़गारी और महंगाई को लेकर जोरदार प्रदर्शन किए। कुछ दिन कार्यवाही स्थगित भी करनी पड़ी। सत्र का समापन कब? संसद का यह मानसून सत्र आगामी सप्ताह तक चलने की संभावना है। सरकार और विपक्ष दोनों के लिए यह अंतिम सप्ताह काफी अहम साबित हो सकता है।