सोनभद्र: लखनऊ। उत्तर प्रदेश में रुक-रुक कर हो रही भारी बारिश अब तबाही का रूप ले चुकी है। गंगा, गोमती और सरयू नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। कानपुर बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद पूर्वांचल के कई जिलों में नदियां खतरे के निशान को पार कर चुकी हैं। वाराणसी, बलिया, मिर्जापुर, चंदौली और गाजीपुर में गंगा नदी उफान पर है और कई इलाके जलमग्न हो चुके हैं।
सोनभद्र: लखनऊ। उत्तर प्रदेश में रुक-रुक कर हो रही भारी बारिश अब तबाही का रूप ले चुकी है। गंगा, गोमती और सरयू नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। कानपुर बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद पूर्वांचल के कई जिलों में नदियां खतरे के निशान को पार कर चुकी हैं। वाराणसी, बलिया, मिर्जापुर, चंदौली और गाजीपुर में गंगा नदी उफान पर है और कई इलाके जलमग्न हो चुके हैं।
सोनभद्र: लखनऊ। उत्तर प्रदेश में रुक-रुक कर हो रही भारी बारिश अब तबाही का रूप ले चुकी है। गंगा, गोमती और सरयू नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। कानपुर बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद पूर्वांचल के कई जिलों में नदियां खतरे के निशान को पार कर चुकी हैं। वाराणसी, बलिया, मिर्जापुर, चंदौली और गाजीपुर में गंगा नदी उफान पर है और कई इलाके जलमग्न हो चुके हैं। वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के गंगा द्वार की 13 सीढ़ियां पानी में डूब गई हैं, वहीं जल पुलिस चौकी भी डूब चुकी है। मिर्जापुर, गाजीपुर और चंदौली जैसे जिलों में घरों, स्कूलों और सड़कों में पानी भर गया है। कई स्थानों पर लोग नावों के सहारे आ-जा रहे हैं। गाजीपुर में गंगा नदी 2 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही है। यहां जलस्तर 64.060 मीटर पहुंच गया है, जो खतरे के निशान (63.105 मीटर) से ऊपर है। बलिया में गंगा का जलस्तर 59.420 मीटर तक पहुंच गया है, जो खतरे से दो मीटर ऊपर है। उजियार से लेकर मांझी तक के गांव पानी में घिर चुके हैं। चंदौली में गंगा 71.76 मीटर पर बह रही है, जो कि खतरे के निशान से 50 सेंटीमीटर अधिक है। मौत की खबरें भी आईं सामने: मिर्जापुर में गंगा में नहाते समय 16 वर्षीय प्रीतम यादव और 15 वर्षीय गणेश यादव की डूबने से मौत हो गई। गाजीपुर में शुभम गुप्ता (17) डूब गया। सोनभद्र में बकहर नदी पार करते समय बाइक सवार दिनेश (19) और अंकित (18) बह गए, जबकि अक्षय (19) को बचा लिया गया। दोनों के शव बरामद कर लिए गए हैं। भदोही में गंगा का जलस्तर 80.500 मीटर तक पहुंच गया है, जो खतरे के निशान से थोड़ा नीचे है। मऊ और आजमगढ़ में सरयू का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। सोनभद्र के घोरावल क्षेत्र में बकहर नदी पर बना पुल डूब गया है। यह पुल मिर्जापुर से संपर्क जोड़ता है। सड़क मार्ग बंद होने के कारण वैकल्पिक रास्तों का सहारा लिया जा रहा है। नुकसान का आंकलन: पूर्वांचल के 10 जिलों के 200 से अधिक गांव प्रभावित हजारों एकड़ फसल जलमग्न स्कूलों और अस्पतालों में पानी घुसा सैकड़ों लोगों का पलायन निष्कर्ष: बारिश और नदियों में बढ़ते जलस्तर ने पूर्वांचल को संकट में डाल दिया है। प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। लगातार बढ़ते जलस्तर ने चिंता बढ़ा दी है और हालात और बिगड़ने की आशंका है।