लखनऊ: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड आंदोलन के जननायक शिबू सोरेन का आज इलाज के दौरान निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और रांची के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। उनके निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर है। आदिवासी समाज और क्षेत्रीय राजनीति के लिए यह एक अपूरणीय क्षति मानी जा रही है।
लखनऊ: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड आंदोलन के जननायक शिबू सोरेन का आज इलाज के दौरान निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और रांची के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। उनके निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर है। आदिवासी समाज और क्षेत्रीय राजनीति के लिए यह एक अपूरणीय क्षति मानी जा रही है।
लखनऊ: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड आंदोलन के जननायक शिबू सोरेन का आज इलाज के दौरान निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और रांची के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। उनके निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर है। आदिवासी समाज और क्षेत्रीय राजनीति के लिए यह एक अपूरणीय क्षति मानी जा रही है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने उनके निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने शिबू सोरेन को “आदिवासी समाज का सशक्त प्रतीक और संघर्षशील नेता” बताया। मायावती का शोक संदेश: मायावती ने सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि देते हुए लिखा: "पूर्व मुख्यमंत्री एवं झारखंड के वरिष्ठ नेता श्री शिबू सोरेन जी के निधन का दुःखद समाचार मिला। वे आदिवासी समाज के सशक्त नेता व प्रेरणा स्रोत थे। उनके योगदान को देश सदैव याद रखेगा। उनके परिवारजनों व अनुयायियों के प्रति गहरी संवेदना।" उन्होंने दिवंगत नेता के परिवार, समर्थकों और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के कार्यकर्ताओं के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की। शिबू सोरेन: एक परिचय शिबू सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के संस्थापक सदस्य थे। वे तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री रहे और केंद्र सरकार में कोयला मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके थे। उन्हें “गुरूजी” नाम से सम्मानित रूप में जाना जाता था। उन्होंने आदिवासी अधिकारों, भूमि सुरक्षा और सामाजिक न्याय के लिए लंबा संघर्ष किया। देशभर में शोक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, राहुल गांधी, ममता बनर्जी, केसीआर समेत कई राष्ट्रीय नेताओं ने शिबू सोरेन के निधन पर शोक व्यक्त किया है। झारखंड सरकार ने राज्य में एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया है।