वाराणसी : वाराणसी। गंगा नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी के कारण वाराणसी में बाढ़ का संकट गहराता जा रहा है। प्रशासन ने पूरे जिले में अलर्ट जारी कर दिया है। गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिससे काशी की तंग गलियों और सड़कों पर पानी भर गया है।
वाराणसी : वाराणसी। गंगा नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी के कारण वाराणसी में बाढ़ का संकट गहराता जा रहा है। प्रशासन ने पूरे जिले में अलर्ट जारी कर दिया है। गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिससे काशी की तंग गलियों और सड़कों पर पानी भर गया है।
वाराणसी : वाराणसी। गंगा नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी के कारण वाराणसी में बाढ़ का संकट गहराता जा रहा है। प्रशासन ने पूरे जिले में अलर्ट जारी कर दिया है। गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिससे काशी की तंग गलियों और सड़कों पर पानी भर गया है। गंगा और वरुणा नदी के तटीय क्षेत्रों में जल तांडव मचा हुआ है। एनडीआरएफ (NDRF) की टीमें लगातार गश्त और रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं। अब तक बाढ़ के कारण 6000 से अधिक परिवार अपने घरों से पलायन कर चुके हैं, और सुरक्षित स्थानों पर शरण ले चुके हैं। एनडीआरएफ और जिला प्रशासन मिलकर बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत व बचाव कार्य कर रहे हैं। बोट के माध्यम से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। कई इलाकों में जल पुलिस की टीमें भी सक्रिय हैं। DIG मनोज कुमार शर्मा (NDRF, वाराणसी) ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित हर क्षेत्र में एनडीआरएफ की टीम मुस्तैदी से डटी हुई है। "हमारा उद्देश्य है कि एक भी जान को नुकसान न पहुंचे, इसलिए लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है।" प्रमुख प्रभावित क्षेत्र: नगवा, अस्सी, राजघाट, आदमपुर, नागवा, रामनगर, वरुणा पार के इलाके। प्रशासन द्वारा लोगों से नदी के किनारे जाने से मना किया गया है और सभी को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की जा रही है।