उत्तर प्रदेश: पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी हत्याकांड में वांछित दो इनामी शूटरों को उत्तर प्रदेश की STF (स्पेशल टास्क फोर्स) ने मुठभेड़ में मार गिराया है। मारे गए बदमाशों की पहचान राजू उर्फ रिजवान और संजय उर्फ अकील खान के रूप में हुई है। हैरान करने वाली बात यह है कि दोनों सगे भाई थे, जिनकी मां हिंदू और पिता मुस्लिम समुदाय से हैं।
उत्तर प्रदेश: पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी हत्याकांड में वांछित दो इनामी शूटरों को उत्तर प्रदेश की STF (स्पेशल टास्क फोर्स) ने मुठभेड़ में मार गिराया है। मारे गए बदमाशों की पहचान राजू उर्फ रिजवान और संजय उर्फ अकील खान के रूप में हुई है। हैरान करने वाली बात यह है कि दोनों सगे भाई थे, जिनकी मां हिंदू और पिता मुस्लिम समुदाय से हैं। दोनों अपराधियों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था और पुलिस व STF लंबे समय से उनकी तलाश में थी। गौरतलब है कि 8 मार्च को इन दोनों भाइयों ने सीतापुर के महोली तहसील के पास हाईवे पर पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की बाइक रोककर उसे बेहद निर्ममता से गोली मार दी थी। पत्रकार राघवेंद्र दैनिक जागरण से जुड़े हुए थे और हत्या के बाद पूरे जिले में पत्रकार संगठनों और आम लोगों में भारी आक्रोश फैल गया था। सूत्रों के अनुसार, STF को इन दोनों की लोकेशन मिलते ही एक ऑपरेशन चलाया गया। मुठभेड़ के दौरान दोनों ने फायरिंग की, जवाबी कार्रवाई में दोनों शूटर मारे गए। STF के अधिकारियों का कहना है कि इनामी बदमाशों के खिलाफ हत्या, लूट, रंगदारी सहित कई गंभीर धाराओं में मामले दर्ज थे। अब पुलिस इस हत्याकांड की साजिश रचने वालों, संपर्क सूत्रों और आर्थिक मदद देने वालों की भी जांच कर रही है। पत्रकार राघवेंद्र की हत्या से जुड़े मुख्य आरोपी के मारे जाने के बाद अब उम्मीद है कि मामले में जल्द ही और खुलासे होंगे और अन्य शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी भी की जाएगी।