सोनभद्र: रक्षाबंधन के पावन पर्व पर सोनभद्र जिले में एक अनोखी और प्रेरणादायक पहल देखने को मिली। डीएम बद्रीनाथ सिंह और सीडीओ जागृति अवस्थी के नेतृत्व में जिले की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने अपने हाथों से तिरंगा राखियां बनाईं और उन्हें जिले में तैनात अर्धसैनिक बल, CISF और पुलिस के जवानों को बांधा।
सोनभद्र: रक्षाबंधन के पावन पर्व पर सोनभद्र जिले में एक अनोखी और प्रेरणादायक पहल देखने को मिली। डीएम बद्रीनाथ सिंह और सीडीओ जागृति अवस्थी के नेतृत्व में जिले की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने अपने हाथों से तिरंगा राखियां बनाईं और उन्हें जिले में तैनात अर्धसैनिक बल, CISF और पुलिस के जवानों को बांधा। यह कार्यक्रम अब तक NTPC शक्तिनगर, NTPC रिहंद नगर, CISF यूनिट रिहंद डैम, और पुलिस लाइन चुर्क में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया है। इन स्थानों पर 200 से अधिक जवानों को तिरंगा राखी बांधी गई। मुख्य विकास अधिकारी जागृति अवस्थी ने बताया कि रक्षाबंधन जैसे पवित्र त्योहार पर कई जवान अपने घर नहीं जा पाते हैं, इसलिए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने निर्णय लिया कि वे अपनी राखियों के माध्यम से इन देश के रक्षकों के प्रति स्नेह और सम्मान प्रकट करेंगी। इस पहल का उद्देश्य न केवल रक्षाबंधन का उत्सव मनाना है, बल्कि समाज और सुरक्षा बलों के बीच भावनात्मक जुड़ाव को भी मजबूत करना है। उपायुक्त स्वरोजगार सरिता सिंह ने इसे महिला सशक्तिकरण और राष्ट्रभक्ति की मिसाल बताया। उन्होंने कहा, "यह दिन समूह की महिलाओं के लिए सौभाग्य का है कि वे देश की सेवा में लगे जवानों को राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना कर रही हैं।" इस पहल ने राखी के पारंपरिक त्योहार को देशभक्ति और भाईचारे के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया है। महिलाओं द्वारा बनाई गई तिरंगा राखियां न केवल सुंदरता में अद्वितीय थीं, बल्कि उनमें छुपा संदेश था—हम सब देश के रक्षक हैं, और हर नागरिक सैनिकों का परिवार है।