लखनऊ: लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी से बड़ी खबर सामने आई है, जहां लखनऊ एंटी करप्शन टीम ने प्रादेशिक सहकारी खाद भंडारण निगम (पीसीएफ) के दो कर्मचारियों को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। आरोप है कि दोनों कर्मचारी 40 लाख रुपए के खाद ढुलाई बिल को पास करने के लिए 90 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहे थे। सूत्रों के अनुसार, ठेकेदार ने इस मामले की शिकायत एंटी करप्शन टीम से की थी। ठेकेदार ने आरोप लगाया कि पटल सहायक उर्वरक अनिल वर्मा और गोदाम कीपर हिमांशु शेखर ने बिल पास करने के एवज में 70 हजार और 20 हजार रुपए की मांग की थी। शिकायत के बाद टीम ने योजना बनाकर छापा मारा। शनिवार दोपहर, ठेकेदार तय रकम लेकर पीसीएफ ऑफिस पहुंचा। उसी दौरान एंटी करप्शन टीम भी मौके पर पहुंची और दोनों कर्मचारियों को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के वक्त कैमरा देखकर दोनों आरोपियों ने चेहरा छिपाने की कोशिश की। इस दौरान मौके पर मौजूद भीड़ में से एक शख्स ने तंज कसते हुए कहा: "रिश्वत लेते समय शर्म नहीं आई, अब चेहरा क्यों छिपा रहे हो?" ठेकेदार का आरोप: 40 लाख रुपए का खाद ढुलाई बिल लंबे समय से रोका गया था। रिश्वत नहीं देने पर बिल पास नहीं किया जा रहा था। मजबूर होकर लखनऊ एंटी करप्शन से शिकायत की गई। एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई: मौके से रिश्वत की रकम बरामद। दोनों कर्मचारियों को सदर कोतवाली ले जाया गया। भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज। आगे की कार्रवाई के लिए दोनों को लखनऊ भेज दिया गया। एंटी करप्शन के सीओ ने बताया कि दोनों कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है और उन्हें कोर्ट में पेश करने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि पीसीएफ (प्रादेशिक सहकारी खाद भंडारण निगम) में खाद का भंडारण होता है और यहां से विभिन्न खाद समितियों तक आपूर्ति की जाती है।