सोनभद्र। रॉबर्ट्सगंज विकास खंड के उरमौरा गांव स्थित जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) कार्यालय पर मंगलवार को महिला और पुरुष शिक्षकों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की और बीएसए पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया।
सोनभद्र: सोनभद्र। रॉबर्ट्सगंज विकास खंड के उरमौरा गांव स्थित जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) कार्यालय पर मंगलवार को महिला और पुरुष शिक्षकों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की और बीएसए पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया। उत्तर प्रदेश महिला शिक्षक संघ की जिलाध्यक्ष कौशर जहां सिद्दीकी ने आरोप लगाया कि बीएसए ने पिछले दिनों उनसे भद्दी भाषा का इस्तेमाल किया और उन्हें कार्यालय से भगा दिया। इसे लेकर उन्होंने कहा कि यह किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। महामंत्री कुंजलता त्रिपाठी ने भी बीएसए कार्यालय के एक कर्मचारी पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया और उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। वहीं, बेसिक शिक्षा अधिकारी मुकुल आनंद पांडेय ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि उन्होंने किसी से दुर्व्यवहार नहीं किया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि कार्यालय के कर्मचारी पर लगे आरोपों की जांच कराई जाएगी और यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो कार्रवाई जरूर की जाएगी। बीएसए और शिक्षकों के बीच वार्ता के बाद कई संगठनों ने खुद को धरने से अलग कर लिया और समर्थन वापस ले लिया। हालांकि, समाचार लिखे जाने तक दर्जनों शिक्षक और शिक्षिकाएं अपनी मांगों को लेकर जिला अधिकारी (डीएम) से मिलने कलेक्ट्रेट जाने की तैयारी कर रहे थे। विरोध प्रदर्शन में प्राथमिक शिक्षक संघ की जिलाध्यक्ष संतोषी सिंह, माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष जनार्दन त्रिपाठी, उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष योगेश पांडेय, अतेवा महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष रंजना सिंह पटेल, यूटा के जिलाध्यक्ष शिवम, पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष रविभूषण सिंह समेत कई शैक्षिक संगठन के पदाधिकारी शामिल रहे।