लोकेशन - सोनभद्र
प्रदीप चौबे
- फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा
फाइनेंस कंपनी पर ऋण की राशि में हेराफेरी और धोखाधड़ी का आरोप
रुपया मिला नहीं, जमा करने के बना रहे दबाव
एंकर - सोनभद्र। एक फाइनेंस कंपनी के कुछ कर्मियों के ऊपर ऋण की राशि में हेराफेरी और धोखाधड़ी का आरोप लगा है। एक व्यक्ति के नाम पर स्वीकृत लोन की रकम किसी और ने खाते से निकाल ली। जानकारी होने पर पीड़ित ने सच्चाई का पता लगाया तो मालूम चला कि उसके चेक बुक के पन्ने भी गायब कर दिए गए है। मामले में पुलिस ने फाइनेंस कंपनी के दो कर्मचारियों पर धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
चोपन थाना क्षेत्र के मारकुंडी निवासी पीड़ित ओमप्रकाश के अनुसार ने उन्होंने अपने व्यवसाय के लिए विनयना इंवेस्टमेंट एंड फाइनेंस लिमिटेड से ऋण के लिए आवेदन किया था। उनका लोन पास हो गया और 45 हजार रुपये स्थानीय इंडियन बैंक शाखा के खाते में जमा हुए। उनका आरोप है कि उन्होंने पैसा नहीं निकाला, लेकिन किसी अन्य व्यक्ति ने उनके खाते से चार बार दस-दस हजार और एक बार पांच हजार रुपये निकाल लिए, वसूली का दबाव आने लगा तब उन्हें धोखाधड़ी की जानकारी हुई। शिकायत करने पर पता चला कि उनकी जमा चेकबुक के चार पन्ने भी गायब हैं। सूत्रों के मुताबिक सदर कोतवाली पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर संबंधित दोनों कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई करने में जुट गई है।