दिल्ली: स्वास्थ्य कारणों से उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पद से दिया इस्तीफ़ा नई दिल्ली। देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। उन्होंने इसके पीछे स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला दिया है। उनका यह फैसला देश की राजनीति में एक बड़ी और अप्रत्याशित घटना के रूप में देखा जा रहा है। राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी आधिकारिक बयान में बताया गया है कि उपराष्ट्रपति धनखड़ ने अपना त्यागपत्र राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंप दिया है। राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफ़ा स्वीकार कर लिया है और जल्द ही नए उपराष्ट्रपति की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। धनखड़ ने अपने इस्तीफ़े में लिखा है कि उनका स्वास्थ्य पिछले कुछ समय से ठीक नहीं चल रहा और चिकित्सकों की सलाह पर उन्हें लंबा आराम करना होगा। उन्होंने कहा कि वह इस समय अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन पूरी तरह से नहीं कर पा रहे, इसलिए यह निर्णय लेना उनके लिए आवश्यक हो गया। बता दें कि जगदीप धनखड़ वर्ष 2022 में भारत के 14वें उपराष्ट्रपति बने थे। वे इससे पहले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रह चुके हैं और लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता के रूप में सक्रिय रहे हैं। उनके इस्तीफ़े के बाद राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है कि अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा। साथ ही, यह भी देखा जा रहा है कि क्या इस घटनाक्रम का असर आगामी संसद सत्रों पर पड़ेगा। देशवासियों और विभिन्न दलों के नेताओं ने उनके स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। सोशल मीडिया पर भी उन्हें शुभकामनाएं दी जा रही हैं और उनके योगदान को सराहा जा रहा है।
स्वास्थ्य कारणों से उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पद से दिया इस्तीफ़ा नई दिल्ली। देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफ़े के पीछे स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है। यह फैसला अचानक आया है, जिससे देश की राजनीतिक हलचल तेज़ हो गई है। राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी आधिकारिक सूचना के अनुसार, उपराष्ट्रपति धनखड़ ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना त्यागपत्र सौंपा, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। अब देश में नए उपराष्ट्रपति की नियुक्ति की प्रक्रिया जल्द ही शुरू हो सकती है। धनखड़ को अगस्त 2022 में भारत के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में चुना गया था। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने राज्यसभा के सभापति के रूप में भी अहम भूमिका निभाई। वे अपनी स्पष्टवादी छवि और संविधान के प्रति कटिबद्धता के लिए जाने जाते रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह इस्तीफ़ा आगामी राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकता है। फिलहाल, उनकी तबीयत को लेकर कोई विस्तृत जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन सूत्रों के अनुसार वे पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। देशभर से विभिन्न नेताओं और नागरिकों ने उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। (नोट: यह समाचार पर आधारित प्रारंभिक रिपोर्ट है, आगे की जानकारी आने पर अपडेट किया जाएगा।)